वैसे तो सनातन धर्म और हिन्दुत्व की तार्किक वैज्ञानिक जानकारी पर समृद्ध साहित्य की विशाल परम्परा हमारे पास धरोहर के रूप में है । लेकिन कभी बेवपेज पर अक्सर इसका अभाव था । जब 2010 में मैंने इंटरनेट का उपयोग आरम्भ किया । परन्तु अब श्री नीलाभ वर्मा जैसे लोगों के प्रयास और श्रम से इंटरनेट पर भी सनातन साहित्य तेजी से समृद्ध हो रहा है । वर्मा जी ने अपने प्रोफ़ाइल में निजी विवरण नहीं दिया है । इसलिये उनके बारे में परिचित न करा पाना मेरी विवशता है । पर भारतीय धर्म की रोचक और महत्वपूर्ण जानकारियों को उन्होंने जो छोटे छोटे लेखों द्वारा पेश किया है । वह इस गम्भीर साहित्य के सरल सहज अध्ययन को आसान कर देता है । वास्तव में ऐसे काम की बेहद जरूरत भी थी । जो भारतीय सभ्यता संस्कृति धर्म को विश्व मंच पर अधिकाधिक और सरल तरीके से उपलब्ध करा सके । और अधिकाधिक बेव स्थानों पर उन्हें लिंक्ड कर सके । तो फ़िर देर किस बात की । पंक्ति पर क्लिक करें । और धर्म संसार नामक ब्लाग का सुखद अवलोकन करें ।