आपने अभी तक 33 करोङ देवता सुने होंगे । पर आज मैं आपको 33 करोङ 1 यानी एक नये देवता से मिलाता हूँ । इस देवता का नाम जाट देवता है । वैसे आप लोग इन जाट देवता को बखूवी जानते होंगे । नही भी जानते होंगे । तो ये जाट देवता बाइक पर घूमते हुये आपके क्षेत्र में कभी घूमने आ ही जायेंगे । क्योंकि ये " अथातो घुमक्कङ जिग्यासा " वाले राहुल सांस्कृत्यायन जी की तरह घूमने के बेहद शौकीन है । संदीप पंवार जी नाम के ये जाट देवता । लोनी बोर्डर । गाजियाबाद के रहने वाले हैं । और अपनी तारीफ़ में कुछ इस तरह कहते हैं । कहते ही नहीं बल्कि अमल भी करते हैं । वह आप भी देखिये - मैं..कंजूस । मेहनती । मनमौजी । पक्का घुमक्कड हूँ । चाय । बीडी । सिगरेट । गुटका । पान । तम्बाकू । अंडा । मीट । मछली । शराब व रिश्वत से सख्त नफ़रत करता हूँ । खैर..अपने इसी घुमक्कङी शौक के चलते इनकी मित्रता एक घुमक्कङ देवी दर्शन कौर धनौए जी से भी है । जो कि मेरी भी मित्र हैं । अब चलते चलते एक गाना याद आ रहा है - आदमी मुसाफ़िर है । आता है । जाता है । आते जाते बस यादें छोङ जाता है । आप सभी के साथ । ऐसा ही प्रेमयुक्त सफ़र - ब्लाग- जाट देवता का सफ़र