18 March 2012

कैसे रंग दिखाती है ये रंगीली - कुमार

एक नये परिचय के साथ आईये कुमार जी से मिलते हैं । इनका शुभ नाम है - कुमार । और इनकी Industry है - Science और इनका Occupation है - Student और इनकी Location  है - Jaipur, Rajasthan, India कुमार जी अपने  Introduction में कहते हैं - दिल के समंदर मैं उठ रही लहरों को कलम के इशारे पर कागज पर उतारने की एक नादान कोशिश कर रहा हूँ । दोस्तो ! हो सके । तो इन नन्हे क़दमों के लिए सहारे की गुंजाइश रखना । कुमार जी का Interests है - reading और writing में । कुमार जी अपने दिल के जजबात एक कविता के माध्यम से इस प्रकार कहते हैं -  ना जाने क्या होगा अंजाम । फ़िर से उभर रही इन हसरतों का । एक अजीव सी कशमकश की । जद में हूँ मैं इन दिनों । कैसे रंग दिखाती है ये रंगीली । कभी हम होश में न थे । और अभी वो वक्त न रहा । जब हवायें चली तो नादां बन बैठे । उभर के सामना हुआ तो । मंजर कुछ और ही था  । इक चेहरे पे ये नजरें टिकी न कभी । आज ठहरी भी कहीं तो । वो चेहरा न रहा । और इनका ब्लाग है - सागर मेरा अंतस । इनके ब्लाग पर जाने हेतु क्लिक करें

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