इनका शुभ नाम है - श्री राजेन्द्र त्यागी । और इनकी Industry है - Communications or Media और इनका Occupation है - लेखन । व्यंग्य । कहानी । नाटक । उपन्यास । और इनकी Location है । इंदिरापुरम । गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश India राजेन्द्र जी अपने Introduction में बताते हैं - प्रकाशित पुस्तकें - व्यंग्य संग्रह । पानी उतरते चेहरे । खादी में पॉलिएस्टर । मुन्नालाल का लोकतंत्र । उपन्यास - महाभारत का अभियुक्त । नाटक - बापू कैद में । संपादन - कश्मीर और भारत पाक संबंध ( सांसद प्रकाशवीर शास्त्री के लोकसभा राज्यसभा भाषणों का संकलन ) इनके ओशो चिन्तन ब्लाग पर ओशो कहते हैं - तुम लोगों को देखते हो - वे दुखी हैं । क्योंकि उन्होंने हर मामले में समझौता किया है । और वे खुद को माफ नहीं कर सकते कि उन्होंने समझौता किया है । वे जानते हैं कि वे साहस कर सकते थे । लेकिन वे कायर सिद्ध हुए । अपनी नजरों में ही वे गिर गए । उनका आत्म सम्मान खो गया । समझौते से ऐसा ही होता है । और इनके ब्लाग हैं - ओशो चिन्तन । आलाप । ब्लाग पर जाने हेतु क्लिक करें ।